जैन श्रद्धालुओं ने पर्युषण पर्व के अंतिम दिन की क्षमा याचना
प्रतिनिधि, बिंदापाथर. बिंदापाथर व सालकुंडा गांव स्थित जैन मंदिर में आयोजित आठ दिवसीय पर्युषण पर्व बुधवार को सम्पन्न हुआ. समापन के दिन को संवत्सरी कहा जाता है. जैन धर्म का यह सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है. पूरे आठ दिनों तक चले पर्युषण पर्व के समापन पर संवत्सरी आती है, जिसे आत्मशुद्धि, आत्ममंथन और क्षमायाचना का दिन माना जाता है. संवत्सरी का मूल संदेश है “क्षमा वीरस्य भूषणम् ” अर्थात क्षमा वीरों का आभूषण है. इस दिन जैन समाज के........
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