Circadian Rhythm: नींद से लेकर वर्कआउट तक, सही समय पर हर काम करना किस तरह बनाता है आपके बॉडी को नैचुरली...
Circadian Rhythm: अक्सर हम सभी के दिमाग में यह सवाल आता है कि हेल्दी रहने के लिए क्या खाना चाहिए? कितनी नींद लेनी चाहिए? और कब वर्कआउट करना चाहिए? लेकिन, ज्यादातर लोग इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं कि सिर्फ क्या और कितना ही नहीं बल्कि कब भी उतना ही जरूरी है. यही बैलेंस हमारे शरीर की सर्केडियन रिदम से जुड़ा होता है. अगर आप इस बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो बता दें यह एक तरह की नैचुरल बॉडी क्लॉक है जो हमें बताती है कि कब सोना है, कब उठना है, कब खाना है और कब शरीर को एक्टिव रखना है. अगर हम इस रिदम के हिसाब से अपनी डेली रूटीन को ढाल लें तो बिना किसी एडिशनल मेहनत के हेल्दी और एनर्जेटिक लाइफ जी सकते हैं.
सर्केडियन रिदम हमारे शरीर की इंटरनल बायोलॉजिकल या फिर नेचुरल क्लॉक है, जो 24 घंटे के साइकल पर काम करती है. यह हमारे सोने-जागने का समय, हार्मोन का फ्लो, मेटाबोलिज्म और यहां तक कि हमारी मूड को भी कंट्रोल करती है. सर्केडियन रिदम को आसान शब्दों में समझें तो जब हम सूर्य की रोशनी में रहते हैं, तो हमारे शरीर में एक्टिव हार्मोन रिलीज होते हैं और जब........
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