Technology Impact: तकनीक सुविधा ही नहीं, जरूरी भी
बहुत तेज गति से बदलाव हो रहे हैं. हाल यह है कि पुराने बदलाव समझ नहीं पाते कि नये आ जाते हैं. नयी-नयी चुनौतियां हैं. अध्यापकों से पूछो, तो बताते हैं कि बच्चे एसाइनमेंट लिख लाते हैं चैट जीपीटी की मदद से. गुरुजी को चैट जीपीटी बाद में समझ आती है, बच्चों को पहले आ गयी. चैट जीपीटी से होमवर्क हो जाता है. वही बच्चे बाद में इम्तहान में फेल हो जाते हैं. गुरुजी को बाद में समझ में आता है कि मूल मसला चैट जीपीटी का है. एसाइनमेंट चैट जीपीटी की मदद से लिखा जा सकता है, पर इम्तहान में चैट जीपीटी की इजाजत नहीं है. गुरुजी को बाद में समझ में आता है कि चूक कहां से हो रही है. अच्छा........
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