आइटी क्षेत्र में छंटनी का मौजूदा दौर लंबा नहीं होगा
Layoffs in IT Sector : सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) क्षेत्र में पिछले दो वर्षों से भी ज्यादा समय से छंटनी का सिलसिला जारी है. हाल ही में देश की सबसे बड़ी आइटी संस्था टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने कुल कार्यबल का लगभग दो फीसदी, यानी करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की. छंटनी की यह पहली घटना नहीं है, 2023 में भी इंफोसिस, विप्रो, टीसीएस और टेक महिंद्रा जैसी प्रमुख कंपनियों ने प्रतिस्थापन बहाली रोक कर और छंटनी के जरिये 67,000 से अधिक नौकरियों में कटौती की थी.
एलटीआइ माइंडट्री जैसी कई मध्यमवर्गीय आइटी कंपनियों ने भी हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया. अकेले 2023 में अनुमानित 2.62 लाख तकनीकी पेशेवरों ने नौकरी खोयी. आइबीएम, सिस्को, एसएपी, इंटेल, ट्विटर (एक्स) और अनगिनत स्टार्टअप्स ने लागत कम करने के नाम पर बड़े पैमाने पर कटौती की. वर्ष 2023 में एक महीने में ही एक लाख से अधिक नौकरियां खत्म हो गयी थीं. इस साल जून तक दुनियाभर में आइटी क्षेत्र में 80,000 से अधिक लोग बेरोजगार हुए हैं.
इस संकट की जड़ें महामारी में की गयी जरूरत से ज्यादा भर्ती में छिपी हैं. कोविड के समय बढ़ती डिजिटल मांग को देखते हुए कंपनियों ने बड़े पैमाने पर बहाली की थी, पर बाद में उनके पास जरूरत से ज्यादा........
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